hindisamay head


अ+ अ-

कविता

अगली सदी तक

नरेंद्र जैन


यूँ तो
सदियों से
खामोश ही रहती आई है
औरत ने
अभी ही
कुछ कहना
शुरू किया है
घर जाकर
देखो
कहीं
खामोश तो नहीं वह
इतनी बातें हैं
कहती ही रहेगी
अगली सदी तक


End Text   End Text    End Text

हिंदी समय में नरेंद्र जैन की रचनाएँ



अनुवाद